कहते हैं कि विवाह सामाजिक रूप से एक समझौता होता है और व्यक्तिगत रूप से प्रेम के बंधन का सामाजिक स्वरुप | भारत में विवाह एक बहुत ही सम्मानजनक संविदा ( CONTRACT ) के रूप में मान्य है |
हर समझौते के लिए कुछ शर्तें आवश्यक होती हैं , फ़िर ये तो न सिर्फ़ दो व्यक्तियों बल्कि बहुत हद तक दो परिवारों एवं एक हद तक पूरे समाज को प्रभावित करने वाला समझौता है |
भारत का सामाजिक स्वरुप एवं विवाह के प्रति दृष्टिकोण भी विश्व के बहुत सारे देशों से न सिर्फ़ भिन्न है , बल्कि वैवाहिक रिश्तों कि परिणिति भी अलग प्रकार से व्यक्त होती है | ऐसे में संसार के बाकि हिस्सों में विवाह संबन्धी शर्तें अलग मान्यताओं पर आधारित हो सकती हैं |
मेरा यह प्रश्न है कि भारत में विवाह की सबसे प्रारंभिक एवं सामान्य शर्त कौन सी है ? जिसको पूर्ण करने या जिसके प्रति वचनबद्ध होने से विवाह को सामाजिक मान्यता प्राप्त हो जाती है ?
कृपया मेरा मार्गदर्शन करें .......................................!!!!
" सत्यमेव जयते || "